जल संचयन न होने से धरती की कोख खाली

घाटमपुर क्षेत्र के यमुना तटवर्ती गांवों में भी गगरी न फूटे, खसम मर जाए.. की बुंदेली कहावत पूरे जोर शोर से कही जाती है। इसका कारण यमुना नदी और मुगल रोड के बीच गांवों के भौगोलिक-सामाजिक हालात बुंदेलखंड जैसे ही होना है। अभी तक क्षेत्र में बारिश न होने के चलते यमुना तटवर्ती गांवों में जलस्तर घटने से पेयजल संकट गहराया हुआ है। तालाब सूखे होने से मवेशियों के पीने के पानी का भी गंभीर संकट है।

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